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Respiratory system in hindi – श्वसन तंत्र

Respiratory system – श्वसन तंत्र

 – जीवो में श्वसन क्रिया को निम्न समीकरण द्वारा प्रदर्शित किया जाता है। 
– C6H12O6 + 6O2 + 10H2O + 38ADP-6CO2 + 16H2O +38 ATP 
– श्वसन दर – नवजात शिशु में 45 प्रति मिनट तथा वयस्क में 15 प्रति मिनट ( नींद में श्वसन दर 10 प्रति मिनट ) होती है। 
– श्वसन दर का मापन यंत्र स्पाइरोमीटर है। 
– प्रत्येक सजीव ( पादप एवं जीव ) श्वसन में o2 (ऑक्सीज़न ) लेता है । co2 ( कार्बन डाई ऑक्साइड ) बाहर निकलते है। 
– नोट: पादप प्रकाश संश्लेषण मे o2 ( ऑक्सीज़न ) बाहर निकालते है।

                                                           संवातक 

                                                             ↓ 

नि:श्वसन उच्छ श्वसन
-इस क्रिया मे श्वास अंदर लेते है।
– यह सक्रिय क्रिया है।
– इसमे 2 सैकंड लगती है।
– इस क्रिया मे श्वास बाहर छोडते है।
– यह निष्क्रिय क्रिया है।
– इसमे 3 सैकंड लगती है।

– वायवीय श्वसन – यह श्वसन वायु की उपस्थिती में होता है। 

 C6H1206 + 6CO2 → 6CO2 + 6H2O + 38 ATP 

– श्वसन गुणांक- R. Q.   6CO2 / 6O2 = 1 

– कार्बोहाइड्रेड का RQ (1) carbohydrade R.Q. – (1) 

– फेट का RQ ( Fat ) R. Q.  = 0.7 

– कार्बनिक अम्लो का RQ ( Organic Acid ) ( > 1) 

– जीवो में श्वसन दक्षता 40% होती है। 

यह भी पढे :Blood – R.B.C. – W.B.C. – Platelets(रक्त की संरचना एवं कार्य) 

अवायवीय श्वसन –

            अवायवीय श्वसन ( Anarobic Respiration )

अधिक परिश्रम करने पर
             ↓
मस्लस मे ग्लूकोज, लेक्टिक अम्ल मे परिवर्तित हो जाता है।
             ↓
इससे दर्द/ थकान होती है।
यह जीवाणु / कवक की उपस्थिती मे होता है।
इसमे  ग्लूकोज, एल्कोहल, कार्बनडाई ऑक्साइड तथा 2 ATP मे परिवर्तित हो जाता  है।

नोट:- वायवीय श्वसन मे ग्लूकोज का पूर्ण अपघटन होता है। जबकि अवायवीय  श्वसन मे ग्लूकोज का आंशिक अपघटन होता है। 

 ग्लूकोज से ऊर्जा का उत्पादन दो पदो मे होता है।

पहला भाग दूसरा भाग
– ग्लाइकोलाइसिस  कहते है ।
– यह  क्रिया कोशिका द्रव्य मे होती है तथा इसमे 2 ATP ऊर्जा तथा ऑक्सीज़न बनती है।
– ऑक्सीकरण की आवश्यकतानही होती है।
उत्पाद- Glucose → 2 Pyruvicacid ( पाइरुविक अम्ल )
– साइट्रिक अम्ल चक्र कहते है।
– यह क्रिया माइटोकोंड्रिया के मैट्रिक्स मे होती है तथा 36 ATP ऊर्जा बनती है तथा ऑक्सीज़न की आवश्यकता होती है।
उत्पाद – जल CO2, ATP

नोट: 

ATP                  =  एडिनोसीन ट्राइफोस्फेट 

ADP                  =  एडिनोसीन डाइफोस्फेट 

NADH              =  निकोटीनएमाइड एडिनोसीन डाइ न्यूक्लियोटाइड

FADH2            = फ़्लेवीन एडिनोसीन डाइ न्यूक्लियोटाइड 

श्वसन के दौरान हवा / वायु की गति 

नासा छिद्र → गला → कंढनली → ट्रेकिया → श्वसनी → श्वसनिकाएं → वायुकोष → रक्त केशिकाएं → उत्तक

यह भी पढे :Blood Circulatory System – रक्त परिसंचरण तंत्र 

श्वसन तंत्र से संबन्धित प्रश्न :-

– किस प्रक्रिया द्वारा श्वसन के दौरान गैसें रुधिर में प्रवेश करती है ओए फिर उसे छोडती है ?  – विसरण 

– श्वसन प्रक्रिया को चाहिए    – ऑक्सीज़न 

– हमारी छोड़ी हुई सांस की हवा में कार्बन डाइऑक्साइड की मात्रा लगभग कितनी होती है ?  –  4%

– किस प्रक्रिया में ऊर्जा मुक्त होती है  – श्वसन 

– मनुष्य का श्वसन तंत्र बनता है  – नासामार्ग,ग्रसनी, लैरिंक्स या स्वरयंत्र, ट्रैकिया,ब्रोंकाई, ब्रोकियोल्स एवं फेफड़ा जैसे अवयवो से 

– नासामार्ग कार्य करता है – श्वसन नाल के द्वारा 

– नासमार्ग के भीतर गुहा में स्तरित म्यूकस कला से प्रतिदिन स्त्रावित होता है    – लगभग 500ml म्यूकस 

– ट्रैकिया प्रवेश करता है   – वक्ष गुहा में 

– वक्ष गुहा में फेफड़े होते है, फेफड़े का रंग व संरचना होती है    – क्रमश: एक जोड़ी, लाल एवं स्पंजनुमा 

– फेफड़े में होता है     – रुधिर कोशिकाओ का जाल

– फेफड़े में एक निश्चित दर से वायु भरी तथा निकाली जाती है, यह प्रक्रिया कहलाती है   – ‘सांस लेना ‘ अथवा श्वासोच्छावास 

– विसरण प्रवणता के आधार पर साधारण विसरण द्वारा होता है     –    फेफड़े में गैसों का विनिमय 

– कोशिकाओ से मात्र 10-20% कार्बन डाइ ऑक्साइड फेफड़े तक पहुंचाई जाती है     –  हीमोग्लोबिन द्वारा 

– प्लाज्मा में घुलकर कार्बन डाइ ऑक्साइड बनाता है   – कार्बोनिक अम्ल 

– रुधिर में मौजूद ‘ पोटेशियम ‘ एवं ‘ सोडियम’ के बाइकार्बोनेट का निर्माण होता है    –    CO2 द्वारा 

– बाईकार्बोनेट के रूप में परिवहन होता है        – 70% co2 का

– उत्तक द्रव्य एवं शरीर के अंदर उपस्थित रुधिर के बीच गैसों का विनिमय कहलाता है ? – आंतरिक श्वसन 

– कोशिका द्वारा, खाद्य पदार्थो के पाचन की क्रिया मे प्राप्त ग्लूकोज का ऑक्सीकरण कहलाता है ? – कोशिकीय श्वसन 

– अनोक्सि श्वसन मे ग्लूकोज बिना ऑक्सीकरण के मास पेशियो मे लैक्टिक अम्ल तथा वैक्टीरिया एवं यीस्ट की कोशिकाओं मे इथाइल एल्कोहल मे विघटित हो जाता है इसे कहते है ? – शर्करा किण्वन

– अनोक्सी श्वसन होता है ? – प्राय: गहराई मे स्थित उत्तकों मे 

– जैव रासायनिक क्रिया की दृष्टि मे श्वसन है ? – कैटेबोलिक क्रिया

– ग्लूकोज के एक ऑक्सीकरण से कितनी ऊर्जा मिलती है ? – 686 कि. कैलोरी

– अनोक्सी श्वसन मे ग्लूकोज का एक अणु कितनी ऊर्जा मुक्त करता है ? – 56 कि.कैलोरी 

– कोशिकाओ मे ग्लूकोज के एक अणु के पूर्व ऑक्सीकीय विखंडनोपरांत यूकैरिओटिक व प्रोकैरियोटिक कोशिका मे कितने A.T.P. के अणु बनते है ? – क्रमश: 36 व 38 अणु 

– ग्लाकोसिस तथा क्रेब्स चक्र मे निर्मित सभी NADH2 व FADH2 के अणु कहाँ ऑक्सीकृत होते है ? – इलेक्ट्रॉन अभिगमन तंत्र मे 

– स्वर यंत्र कि दीवार मे कितनी उपास्थियों का कंकाल होता है ? – 9 उपास्थियों

– फ्यूरल गुहा के चारो ओर किसका आवरण होता है ? – फ्यूरल कला का 

– ऑक्सीज़न मे हीमोग्लोबिन संयोजित होकर किस अस्थायी यौगिक का निर्माण करता है ? – ऑक्सी हीमोग्लोबिन क्रेब्ज चक्र 

– इस प्रक्रिया कि जानकारी सबसे पहले हन्स क्रेब ने दी ? – 1937 ई. मे 

– क्रेब्स चक्र के तहत ADP के दो अणु ATP के दो अणुओ मे परिवर्तित होते है 

– पूरे चक्र मे कार्बनडाईऑक्साइड के 6 अणु निकलते है 

– श्वसन एक है – अपचयी क्रिया

– श्वसन होता है – सर्वप्रथम कार्बोहाईड्रेट उसके बाद वसा तथा उसके बाद प्रोटीन का 

– फेफड़ो कि कुल वायुधारिता होती है ? – 4500 – 5000 मि.ली. अथवा 4.5 से 5.0 लीटर 

– एक व्यस्क स्वस्थ मनुष्य प्रति मिनट सांस लेता है ? – 12 – 15 बार 

– हृदयघात होता है – हृदय कि मांस-पेशियो को रक्त आपूर्ति मे व्यवधान होने पर 

– हृदय द्वारा एक धड़कन मे पम्प किया जाता है – लगभग 70 मिली. रक्त को 

– हृदय कि धड़कन नियंत्रित किए जाते है – थायोक्सिन एवं एड्रानेलिन नामक हार्मोन्स द्वारा स्वतंत्र रूप 

– लसिका कि रचना लगभग प्लाज्मा जैसी होती है जिसमे कई पौष्टिक पदार्थ एवं ऑक्सीज़न मौजूद होते है । 

– लसिका के प्रवाह कि दिशा हमेशा होती है – उत्तक से हृदय कि ओर

– लिंफोसाइट्स का निर्माण तथा घावो को भरने मे सहायता करता है – लसिका    

– हृदय का आयतन सामान्य हो जाने से शिराओ का रक्त हृदय मे आने कि प्रकिया है – प्रसरण या डायस्टोल

– हृदय कि धड़कन को मंद और तीव्र करती है ? – क्रमश: बेगस एवं त्वरक तंत्रिका

– कौनसी धमनी मस्तिस्क के विभिन्न भागो, नेत्रो आदि मे रक्त पहुंचती है ? – अंत: ग्रीवा धमनी 

– आमाशय व प्लीहा को रक्त ले जाने वाली धमनी को क्या कहते है ? – लोनोंगैस्ट्रिक धमनी 

– मानव शरीर मे ऑक्सीज़न के अभिगमन का सही अनुक्रम है – फुफ्फुस के द्वारा, रक्त के द्वारा, उत्तक के द्वारा

– पेसमेकर का संबंध किससे है – दिल कि धड़कन प्रारम्भ करने से 

– नाड़ी दर कहाँ से मापा जाता है – धमनी से   

यह भी पढे : Digestive System Questions & Answers – पाचन तंत्र से विगत परीक्षाओ मे आए प्रश्न

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